●●●● नववर्ष का आगमन●●●●
नववर्ष ने सुबह के उजाले के साथ द्वार पर दस्तक दी है , अनेक संभावनाएँ हैं इसमें, उज्जवल भविष्य के अनेक संकेत हैं इसमें ।इसमें सुखी जीवन के शुभ-संकेत हैं ।
"अब तो अमृत बेला आई है"
असतो मा सद्गमय, तमसो मा ज्योतिर्गमय, का गान हवाओं में गूँज रहा है।धरती की कक्षा से अँधियारा हटने की शुरुआत हो रही है ।साधना का अमृतपान करने की बेला आई है।
नववर्ष उल्लास व हर्ष का उत्सव है। यह नवसृजन, नवजीवन, नवकल्पना, नवधारणा का समन्वय है।नई शक्ति और नई चेतना के संचार का उद्गम है।सद्भावना एवं अपनत्व का अनुपम उपहार है, जिसे हम नववर्ष पर बिखेरते हैं, लोगों के लिए शुभकामनाएँ व बधाइयाँ देते हैं ।नववर्ष पर पूरे विश्व में शुभभावना का संचार व प्रसार एक साथ होता है।
नववर्ष की शुभकामनाएँ-----
आद्यशक्ति का मंगलप्रवाह इस नववर्ष में सबके जीवन में प्रकाश फैलाए- सभी को सुख-शान्ति- समृद्धि प्रदान करे।
नववर्ष की प्रार्थना ------
हे परमपिता परमेश्वर ! इस नववर्ष में आपकी अनुकंपा से विश्व में ऐसी परिस्थितियाँ उत्पन्न हों कि हम सब सर्वत्र शुभ देखें, शुभ ही सुनें, सर्वत्र मंगलमय वातावरण उत्पन्न हो, आपका अनुसरण करते हुए स्वास्थ्य एवं दीर्घायु प्राप्त करें ।
नववर्ष की बधाई-----
प्राची के स्वर्णिम एवं उदीयमान सूर्य की किरणों की नरम छुअन में शुभ्र हिमालय के हिमशिखरों से प्रवाहित हवाओं के सर्द स्पर्श में, पक्षियों के कलरव में आज केवल नववर्ष की बधाई गूँज रही है ।
नववर्ष की हार्दिक बधाई के साथ इस साल शुरू किए जाने वाले सभी विजय- अभियानों के लिए बधाई ।
नववर्ष का संदेश-----
कोरा वाद-विवाद निरर्थक है।कल्पना नहीं कर्म चाहिए ।नकारात्मक निराशा नहीं, सकारात्मक साहस चाहिए ।
नवयोजनाओं के लिए नववर्ष के समय का सदुपयोग-----
समय की धारा कभी किसी के लिए नहीं रुकती, निरंतर बहती रहती है और इसी क्रम में नया साल हमारे सामने है।न जाने कितने साल हमने गुजार दिए हैं, अब यह सोचने का समय है कि इस वर्ष के समय का हम बेहतर उपयोग कैसे करें, ताकि हम महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ प्राप्त कर सकें ।इसलिए नववर्ष के शुरुआत में ही हम अपनी दिनचर्या सुव्यवस्थित करें ।
नए साल से हम सभी को अपेक्षाएँ व आशाएँ रहती हैं, लेकिन वे तभी पूरी होंगी, जब हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक अच्छी, सधी हुई जीवनशैली अपनाएँ ।महात्मा गाँधी से लेकर दुनिया के सभी महान लोगों में जो एक विशेष बात रही है ,
वह है-- उनका अपनी दिनचर्या के प्रति सजग रहना।
नया साल वह समय होता है, जब मन में आशा का संचार होता है और नई ऊँचाइयों तक पहुँचने की आकांक्षाएँ हमारे भीतर पैदा होती हैं ।नए साल का अर्थ है-- एक नई शुरुआत।यह वर्तमान की वह दस्तक है जिसे सब महसूस करते हैं ।
नववर्ष के नए संकल्पों के लिए समर्पित भाव------
नववर्ष अनेकानेक क्षणों को जीने का समय है; जीवन की क्षमताओं को विकसित करने की प्रेरणा है।यह वह संभावना है जो समझ आने पर सक्रिय होती , कार्य करने पर साकार होती और सम्मान करने पर वरदान लुटाती है।नववर्ष का संदेश यही है, कि जो भी हम संकल्प करें, उनको दृढ़ निश्चय और विश्वास के साथ
पूरा करें ।
समय के प्रारम्भ व अंत के मध्य अनेक वर्ष आते हैं और विलीन हो जाते हैं ।नववर्ष वास्तव में नवसंकल्पों , स्वप्नों, आशाओं एवं उत्साह के जागरण का माध्यम है।नववर्ष अतीत से सीख, वर्तमान के लिए सक्रियता एवं भविष्य के लिए उम्मीद लेकर आता है।नववर्ष की बेला में उत्साहपूर्ण मनःस्थिति से व उल्लासयुक्त वातावरण में कुछ ऐसा किया जाना चाहिए जो हमारे जीवन को सही दिशा में अग्रसर होने का सुअवसर दे सके।
नववर्ष भारत के विविध धर्मों व विविध राज्यों में अलग-अलग दिन अलग-अलग ढंग से मनाया जाता है।, लेकिन प्रतीक रूप में पूरे भारत में एक जनवरी को मनाया जाता है।एक जनवरी से वर्ष की शुरुआत मानते हुए यही कामना होनी चाहिए कि सभी के लिए नया वर्ष शुभ हो व मंगलमय हो।
नववर्ष न केवल वर्ष का शुभारम्भ है, बल्कि यह नए-नए विचारों के अंकुरित होने और छोटी-बड़ी आशाओं को क्रियान्वित करने का सुअवसर भी है। यह वर्ष सभी के लिए खुशियों से भरपूर,स्वास्थ्य व आनंद प्रदान करने वाला हो।हम इस वर्ष फिर से एक नई सकारात्मक शुरुआत करें और सतत आगे बढें ।
फिर से एक नया साल हम सभी के समक्ष अनगिनत आशाओं, उपलब्धियों, उपहारों, उमंगों की सौगात के साथ स्वागत के लिए उपस्थित है।
"आया आया नया साल आया
सबके मन में आनन्द छाया
आया आया नया साल आया "
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