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Monday, December 28, 2020

समय की परिभाषा, विज्ञान की भाषा में समय,जीवन का हर पल मूल्यवान, समय की पहचान, समय प्रबंधन

                  ●●● समय की परिभाषा ●●●
समय ही जीवन है और जीवन ही समय है ।जीवन से समय को निकाल दिया जाए तो जीवन की कल्पना भी संभव नहीं है ।समय के बिना जीवन का कोई अर्थ नहीं है ।समय के सदुपयोग में ही जीवन का अर्थ प्रकट होता है ।समय की महिमा एवं मर्यादा में जीवन के सभी रहस्य समाहित हैं ।

समय को काल भी कहते हैं । भगवान कृष्ण गीता में कहते हैं -- मैं काल हूँ ।काल से बड़ा कोई नहीं है ।जहाँ काल समाप्त होता है, वहाँ कुछ भी नहीं होता है और जहाँ काल होता है वहाँ सब कुछ होता है, समस्त संभावनाएँ विद्यमान होती हैं ।

सत्य तो यह है कि हमें जीवन भी जन्म के क्षण से ही मिला है ।जन्म के पल से ही हम सबने जीवन का अनुदान और वरदान पाया है ।तब से लेकर आज तक क्षण-क्षण की बूँदों से बनी हुई समय की धारा में हम सतत-प्रवाहमान हैं ।

दुर्गासप्तशती में समय को शक्ति का स्वरूप माना गया है ।माता भगवती की लीला और उसके रहस्य इसी काल के गर्भ में समाहित हैं ।माता भगवती की समस्त शक्तियों के रहस्य, जिनसे इस सृष्टि का सृजन होता है और सृजन के बाद लय होती है -- इसी काल की महिमा में अवस्थित हैं ।काल को कल्पनाएँ भी कहा जाता है अर्थात जो भी कल्पना की जाती है , काल उसे पूर्ण कर देता है , बस आवश्यकता तो इसे पहचान कर इसका समुचित नियोजन करने की है।

          ●●● विज्ञान की भाषा में समय ●●●

विज्ञान की भाषा में समय एक भौतिक राशि है ।जब समय व्यतीत होता है , तब घटनाएँ घटित होती हैं तथा समय चक्र बदलता है।अतः दो लगातार घटनाओं के होने अथवा किसी गतिशील बिंदु के एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक जाने के अंतराल को समय कहते हैं ।इस प्रकार हम कह सकते हैं कि समय वह भौतिक तत्व है , जिसे घड़ी यंत्र से नापा जाता है।

सापेक्षतावाद के अनुसार समय स्पेस के सापेक्ष है ।सामान्य रूप से समय का मापन पृथ्वी के सूर्य के सापेक्ष गति से उत्पन्न स्पेस के सापेक्ष समय से किया जाता है ।समय को नापने के लिए सुलभ घड़ीयंत्र पृथ्वी ही है, जो अपने अक्ष एवं कक्षा में घूमकर हमें समय का बोध कराती है ।

           ●●● जीवन का हर पल मूल्यवान ●●●

जीवन का हर पल मूल्यवान है, कोई भी क्षण व्यर्थ नहीं है, हर पल अपने साथ एक नया एवं अनूठा अवसर लेकर आता है ।यदि इस अवसर का सदुपयोग कर लिया जाए तो जीवन की नई राहें खुल जाती हैं।जीवन का हर पल बेशकीमती है, इसका कोई विकल्प नहीं है ।हर पल अपने आप में बस एक ही है, उसके जैसा दूसरा और कोई नहीं है ।क्षण में ही सफलता और असफलता का रहस्य भी समाहित है।

समय की पहचान बड़ी बात है ।समय न तो अच्छा होता है और न बुरा होता है, समय तो बस समय होता है ।जो समय को पहचान लेता है और उसके अनुरूप अपना पुरुषार्थ करता है, वह कभी भी असफल नहीं हो सकता ।सफलता और असफलता का रहस्य संकल्प के साथ किए जाने वाले पुरुषार्थ में निहित है ।इसलिए आवश्यक है-- समय की पहचान और उसके अनुरूप पुरुषार्थ का सही नियोजन ।

जिन्होंने समय के हर पल का महत्व समझा उन्होंने समय को साधकर कम समय में ही महान कार्य किए ।आदिगुरु शंकराचार्य की उम्र 32 वर्ष थी ।इस छोटी सी उम्र में उन्होंने  महान कार्य करके जीवन में अभूतपूर्व सफलता हासिल की ।स्वामी विवेकानन्द जी 39 वर्ष में ही महान व्यक्तित्व के धनी बने ।महर्षि दयानंद, रामानुजन व अन्य कई महान लोगों ने समय का सम्यक उपयोग करके  जीवन में असम्भव कार्यों को सम्भव किया ।

●●● समय की पहचान खिलाड़ी के उदाहरण द्वारा ●●●

समय की पहचान का अर्थ है कि हमें कब क्या करना है- समय की सही पहचान एक खिलाड़ी करता है ।सही क्षण को पहचान कर कोई बल्लेबाज किसी गेंद को सीमा पार छक्का भी लगा सकता है अन्यथा उसी में आउट भी हो सकता है ।एक खिलाड़ी फुटबाल को गोल में डालकर हार और जीत का रुख बदल सकता है ।खिलाड़ी को सही क्षण की पहचान होनी चाहिए ।

एक चिकित्सक के लिए भी एक सही क्षण बड़ा महत्वपूर्ण होता है ।उसी क्षण पर रोगी का जीवन निर्भर करता है ।एक पायलट को  एक सही क्षण पर निर्णय लेना होता है ।क्योंकि पायलट के ऊपर सभी यात्रियों का जीवन और मृत्यु, दोनों निर्भर करते हैं ।समय विषम हो सकता है, परंतु उस समय में भी महत्वपूर्ण कार्य किए जा सकते हैं ।जो साहसी होते हैं वे विषम समय में भी सर्वश्रेष्ठ कार्य कर लेते हैं ।

   ●●● सफलता के लिए समय प्रबंधन आवश्यक ●●●

हम अपने सामान्य से जीवन में भी समय प्रबंधन से महत्वपूर्णकार्य कर सकते हैं ।हमें अपनी आवश्यकता एवं उद्देश्य के अनुरूप अपनी दिनचर्या को व्यवस्थित करने की जरूरत है ।सबकी दिनचर्या अलग-अलग होती है ।सही समय पर भोजन, नींद एवं कार्य का नियोजन हमें करना चाहिए ।समय के साथ कार्य की प्राथमिकता निर्धारित होनी चाहिए ।हर पल का सदुपयोग करने की कला आनी चाहिए ।इसी में जीवन की सार्थकता है।


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