आज तनाव से हर कोई परिचित है ; क्योंकि तनाव ने हर मनुष्य के जीवन में अपनी जगह बना ली है ।हर उम्र के लोगों में तनाव का प्रवेश हो गया है ।और हो भी क्यों न ! आज हर व्यक्ति जीवन की एक ऐसी दौड़ में शामिल है, जिसमें परिस्थितियाँ उसके ऊपर दबाव डालती हैं ।उसे काम करने के लिए मजबूर करती हैं ।इच्छा हो या न हो , उसे काम करना पड़ता है ।यदि वह काम न करे तो उसके ऊपर काम करने का दबाव बढ़ता जाता है , यही दबाव तनाव बन जाता है और उसके स्वास्थ्य को हानि पहुँचाता है ।
आज की जिंदगी में तनाव ही है, जो मनुष्य को आगे बढ़ने के लिए धक्का देता है ।लेकिन यही तनाव जब जरूरत से ज्यादा हो जाता है तो बहुत सी परेशानियों का सबब बन जाता है और इनमें प्रमुख रूप से सबसे पहले स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ आती हैं ।कभी-कभी तो तनाव से जीत जाते हैं और कभी तनाव के आगे घुटने टेक देते हैं ।
जीवन की हर परिस्थिति एक चुनौती लेकर आती है और जिसे स्वीकारने पर हमें उस कार्य को करना होता है ।यदि हम ऐसा नहीं करते तो कार्य पूरा न कर पाने का तनाव होता है ; क्योंकि उस चुनौती से जुड़े हुए बहुत सारे आयाम होते हैं, जो हम पर निरंतर दबाव डालते हैं कि हमें उन्हें पूरा करना है ।वह दबाव ही धीरे-धीरे तनाव का रूप ले लेता है ।
तनाव एक ऐसा भाव है , जो हमारे मन में कभी भी और कहीं भी प्रकट हो सकता है ।
●●● तनाव के कारण ●●●
तनाव के विविध कारण हैं ।इनमें से एक कारण - मिलने वाले परिणामों की आशंका (डर) से उत्पन्न होने वाला तनाव है ।जैसे परीक्षा के परिणामों की आशंका से उत्पन्न तनाव , कम बरसात या अधिक बरसात होने पर खेती के खराब होने की आशंका से उत्पन्न तनाव, भविष्य की चिन्ता से उत्पन्न तनाव एवं ऐसे ही बहुत सी चिन्ताओं व आशंकाओं से उत्पन्न तनाव । तनाव उन कारणों से भी होता है , जिन पर हमारा कोई वश नहीं होता ।
नियमित दिनचर्या में हमें ऐसे भी तनावों से गुजरना होता है ।कभी कोई घर के सदस्य को आने में देरी हो जाए तो भी हम तनाव में आ जाते हैं ।सच तो यह है कि आज हमें तनाव में जीने की इस कदर आदत पड़ गई है कि हम हर दिन तनाव के साथ ही उठते हैं और हर रात तनाव के साथ ही सोते हैं ।निरंतर तनाव में रहने से चेहरा भी तनावग्रस्त दीखने लगता है ।
प्रश्न यह उठता है कि क्या हमें हमेशा तनाव के साथ ही जीवन का शेष समय बिताना होगा ? क्या इससे मुक्ति नहीं मिलेगी ? ऐसा बिल्कुल नहीं है ।तनाव मुक्त रहकर भी काम किया जा सकता है ।लेकिन हमें किसी भी परिस्थिति में तनाव मुक्त रहने का अभ्यास करना होगा ।इस बात का सदैव ध्यान रखें कि जो भी तनाव हमें मिल रहा है, वह हमारे ही द्वारा कार्यों को समय पर पूरा न करने के कारण उत्पन्न हुआ है और हम ही इसे दूर कर सकते हैं ।
●●● तनाव दूर करने के उपाय ●●●
अपनी जिंदगी को तनावरहित करने के लिए हमें किसी भी परिस्थिति में तनावमुक्त रहने का अभ्यास करना होगा ।इस अभ्यास में सबसे प्रमुख बात यह है कि जो जरूरी कार्य हैं, उनकी प्राथमिकताएँ तय करते हुए, उन्हें पूरा करते चलें, ताकि अनावश्यक कार्यों का बोझ सिर पर न आए ।यदि फिर भी बहुत सारे कार्यों का दबाव होता है तो इन्हें पूरा करने के लिए अन्य किसी का सहयोग लें और बिना तनाव के जितना इन्हें कर सकते हैं करें, पर तनाव न लें
हमारी दिनचर्या में बहुत से ऐसे भी कार्य होते हैं , जिनमें हमें ज्यादा दिमाग लगाने की जरूरत नहीं होती और उन्हें करने में हमें कोई तनाव नहीं होता जैसे -- साफ-सफाई करना , भोजन बनाना,
पसंद के गाने सुनना, फिल्में या सीरियल देखना या शौक पूरा करने वाले अन्य कार्य ।इन कार्यों में हमारा समय तो लगता है लेकिन इनको हम तनाव मुक्त होकर करते हैं ।लेकिन हमें यह भी ध्यान रखना होगा कि हम अन्य जरुरी कार्यों को भी पर्याप्त समय दे सकें ।
हँसना-मुस्कराना तनाव दूर करने में बहुत उपयोगी होता है इसलिए हमें अपनी जिंदगी में हँसने-मुस्कराने की आदत डालनी चाहिए ; क्योंकि हँसते हुए चेहरे में कभी तनाव नहीं होता और हँसते-मुस्कराते हुए काम करने से हमारी कार्य करने की क्षमता भी बढ़ जाती है ।
चिकित्सकों के अनुसार हँसना मनुष्य जीवन का सबसे बड़ा प्राकृतिक पोषण है ।इसी कारण चिकित्सक अक्सर यही सलाह देते हैं कि खुश रहिए और मुस्कराते रहिए ।हँसने से हमारे तनाव के हार्मोन कम होते हैं, जो हमारी रोगप्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करते हैं ।आजकल लोग योग का महत्व भी समझ रहे हैं अतः योग अपनाकर भी तनाव मुक्त जीवन बना सकते हैं ।
कहते हैं कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए तन और मन दोनों का ही स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है ।अतः हमें तनाव मुक्त जीवन जीने के लिए शारीरिक रूप से भी स्वस्थ रहना आवश्यक है ।इसके लिए हमारा खान-पान उचित हो और हम समय पर सोएँ व उठें।व्यायाम व ध्यान आदि के लिए भी समय निकालें । हम सभी का तनाव का कारण अलग-अलग हो सकता है ।अतः हम अपने तनाव के कारणों का निवारण का उपाय करें ।
पर्याप्त श्रम, मानसिक शक्तियों का सही नियोजन व हँसता-मुस्कराता जीवन -- ये वे उपाय हैं, जो हमें तनाव-मुक्त कर सकते हैं ।
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